करवाचौथ और मेरी निर्जला
मै और मेरी निर्जला
करवाचौथ और चन्द्रमा
सलमती और सात जन्मों का साथ
दिनभर की भुख और राता का इन्तजार
बदली मै वो छुपा चंदा
निकल आएगा आज
गोलकर छानी मै छानकर
मै और मेरी निर्जला.............
देखने उस चाँद को आज
जो पल हर पल तेरे साथ
संगनी वो जीवन सजनी
कर थोड और इन्तजार
निकल आएगा वो चाँद
इस चाँद के साथ साथ
मै और मेरी निर्जला..............
कार्तिक कृष्ण पक्ष
चतुर्थी की करकचतुर्थी
मै चंद्रोदय व्यापिनी
आयु, आरोग्य, सौभाग्य
संकल्प लेकर ले निराहार
मेरी रागिनी हे चाँद ना कर देर
आजा आज मेरे साथ
छान छानकर तो देने
आपना ये शुभ आशीष
मै और मेरी निर्जला.............
मै और मेरी निर्जला
करवाचौथ और चन्द्रमा
सलमती और सात जन्मों का साथ
दिनभर की भुख और राता का इन्तजार
बदली मै वो छुपा चंदा
निकल आएगा आज
गोलकर छानी मै छानकर
मै और मेरी निर्जला ...........
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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