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ना बचा मेरा कबीता

ना बचा मेरा कबीता

ना बचा ना बचा मेरा कबीता ..........(२)
को पड़लु मेर कबीता ठेस पुहंचाली 
आँखों बाटा भटैक भूलह भूली 
गंगा जमुना सी बहैली 
ना बचा ना बचा मेरा कबीता ..........(२)

पहाडा टुका बैठी मेर कबीता 
गादनीयुं छाल बीछी मेर कबीता 
बंजा पुंगड़ सी बंजा पडी मेर कबीता 
रीटा डंडा का सी हल सी मेर कबीता 
ना बचा ना बचा मेरा कबीता ..........(२)

गों गोल्युं मा गूंज मेर कबीता 
उन्दरी उकाला सी खैर मेर कबीता 
ग्श्यरीयुन गीतों थै गाती मेर कबीता
बंसरी धुन मा नाचती मेर कबीता 
ना बचा ना बचा मेरा कबीता ..........(२)

कै घार माया लागुदी मेर कबीता 
कै घार आलोचना सहती मेर कबीता 
चुप चाप कबैर खडी मेर कबीता 
कबैर हौअल्ल मचादी मे कबीता 
ना बचा ना बचा मेरा कबीता ..........(२)

ऊँचा हीमाला सी मेर कबीता 
उदस मनख्यूं मां बसी मेर कबीता 
की थै खोजनदी मेर कबीता 
बटा देख हेरती मेर कबीता 
ना बचा ना बचा मेरा कबीता ..........(२)

माँ भगवती ध्यै लगदी मेर कबीता 
माँ नंदा को मैत बुल्दी मेर कबीता 
ढोल दामो बजन्दी मेर कबीता 
नरशिँगा सी गरजती मेर कबीता 
ना बचा ना बचा मेरा कबीता ..........(२)

जन चेतना फैलती मेर कबीता 
दारू का बाटा भुलाती मेर कबीता 
नारी सम्मान सेखादी मेर कबीता 
मील जुली का पाठ पड़ती मेर कबीता 
ना बचा ना बचा मेरा कबीता ..........(२)

सीयाँ सरकार जगदी मेर कबीता 
लोगों थै सचेत करदी मेर कबीता 
देहरादुन माँ स्प्नीयाँ देखदी मेर कबीता 
गैरसैंण मा क्रांतीकारीयुं शपथ भूलती मेर कबीता 
ना बचा ना बचा मेरा कबीता ..........(२)

मेर कबीता मेर उत्तराखंड च 
मेर कबीता मेर तन मन च 
मेर कबीता देवभूमी क दर्पण च 
मेर कबीता अब तेरा कबीता च ?
बचा बचा अब मेर ना अब तेर कबीता च .......(२)

बालकृष्ण डी ध्यानी 
देवभूमि बद्री-केदारनाथ 
मेरा ब्लोग्स 
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत

  

कवी बालकृष्ण डी ध्यानी 
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