तिबरी- डंडाली
तिबरी मा पीड़ा पडी
डंडाली मा पडी उजाडा
ऊँचा निसा गढ़-देश मयारू
रीटा रीटा मनखी की पुकार
ये मेरी बोई तिबरी- डंडाली पहाड़ की ......
डंडा मा
बुरांस खीद खीद खीदक्याणी
प्योंली मुल मुल मुलरायणी
बीती बिसरी बात दगडी किले
मणमा ये सखी वा हरश्याणी
ये मेरी बोई तिबरी- डंडाली पहाड़ की ......
तिबरी मा
कूड़ा मा हेर का अन्ख्न्या लाग्या
जीकोड़ी दगडी माया का भागा
पुंगडी गों का साडै सता लगा
रीटा गौं बंजा पुंगड़ का बाटा
ये मेरी बोई तिबरी- डंडाली पहाड़ की ......
तिबरी मा पीड़ा पडी
डंडाली मा पडी उजाडा
ऊँचा निसा गढ़-देश मयारू
रीटा रीटा मनखी की पुकार
ये मेरी बोई तिबरी- डंडाली पहाड़ की ......
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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