जीकोडी लगी
रोलियां रोलियां
जी हालको व्है जलो
उकाला बाटा
अब सैलु व्है जलो
रोलियां रोलियां .......
गीत पाराण लगाण
जीकोडी लगी बाथण
कब आलों कब आलों
ये जी का प्राण
रोलियां रोलियां .......
घुघुती लगी घुरण
मैता की खुद खुदण
आम की डालियुं मा
बैठी लगी वहाली बचाण
रोलियां रोलियां .......
ससरासा को आगाण
अब ता मी थै पहछाण
बाटा हेरी हेरी की
ये आंखी लगी थकयाण
रोलियां रोलियां .......
रोलियां रोलियां
जी हालको व्है जलो
उकाला बाटा
अब सैलु व्है जलो
रोलियां रोलियां .......
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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