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फैसबुक पर


फैसबुक पर 

फैसबुक पर 
अनुभव ऐ आया है
हर कोई है यंहा अकेला 
अपना सा लगता है 
पर हैं वो पराया पर आपना लगता है 
फैसबुक पर 
अनुभव ऐ आया है.............

टैग और लाईक
नै हमे भरमाया है 
अपना लेखा को 
अकेला खड़ा पाया है 
फैसबुक पर 
अनुभव ऐ आया है.............

विचारों ने वाल पर
खुद विचारों पर पड़ा पाये 
चित्र ने वांह पर 
खुद को खुश नसीबा पाया 
फैसबुक पर 
अनुभव ऐ आया है.............

कन्याओं के पोस्ट पर 
कमैंटस वाला देखो शर्मये 
रोज एक नया बवाल मचाये 
दूर खडे खडे लज्जाये 
फैसबुक पर 
अनुभव ऐ आया है.............

टैग कभी अपने से झलाये 
अकेला कभी लहराये 
कभी गैरों के मन भाये
कभी तुरंत रीमोव कर दिया जाये 
फैसबुक पर 
अनुभव ऐ आया है.............

फिर कभी वो विज्ञापना 
दिल मेरे गुन गुनये 
हर एक फ्रेंड्स जरुरी होता है 
फैसबुक भी अब जरुरी होता है 
फैसबुक पर 
अनुभव ऐ आया है.............

फैसबुक पर 
अनुभव ऐ आया है
हर कोई है यंहा अकेला 
अपना सा लगता है 
पर हैं वो पराया पर आपना लगता है 
फैसबुक पर 
अनुभव ऐ आया है.............

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत

बालकृष्ण डी ध्यानी 
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