निच वैमा लिख्युं
निचे मेरा भाग
निच वैमा लिख्युं
दोई जून
जूना रोटी
सुक दगडी खाणु कुन
निचे मेरा भाग
निच वैमा लिख्युं
कन पौडी
दुक कि अनवार अ
कै गे मिथे
मेरा पाड़ा थे घैल अ
कै थे मिल बथान कुच निच दयाल अ
निचे मेरा भाग
निच वैमा लिख्युं
रोजा की च खैरी
रोज विल मारन फेरी
जिंदगी वैगे गैरी
कया तेर कया मेर
योजना सब फेल निचे लकुड निचे तेल
निचे मेरा भाग
निच वैमा लिख्युं निच वैमा लिख्युं निच वैमा लिख्युं
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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