ADD

दुक छे दीधो


दुक छे दीधो

ऐ मेरो जिकुड़ी को
दुक छे दीधो
लगै गै ऐ उकाली
ऐ मेरो गीत छे दीधो

आंख्युं को पाणी छ
ऐ मेर जिंदगाणी छ
बोग दी रैंदी वा
(लगौंदी मेर कानी छ दीधो )..... २
ऐ मेरो गीत छे दीधो

थ्गलयों को गेड़ा छ
सिल सिली को ऊ फेरा छ
अपरो बाण मोरिकि
(गुजारी मिल यख दीस छे दीधो )..... २
ऐ मेरो गीत छे दीधो

कथा मेरी अपुरी रै जाली
कैथे खुद अब मेर आली
काम बनिगे अब ऊँको
(अब उंकी बारी बी आली दीधो )..... २
ऐ मेरो गीत छे दीधो

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ