बात मेरे दिल की दिल से
आज् की बात दिल की दिल से
कोइ तु आये इस दिल मै
रह्ता जो इस दिल मै
करता है बात इस दिल से
आज् की बात दिल की दिल से..........
ठोकर लगी इस दिल पर
बेवफा लगा तब दिलबर
काँटों का सरताज सर पर
यकीन ना आया उस पल पर
आज् की बात दिल की दिल से..........
नैनो से अंशूं की लकीर सी
जब बहती नदिया इस दिल पर
अथाह गम के सागर मन मै
दिल की नवोका क्यों उतारती
आज् की बात दिल की दिल से..........
खोजों उस पल को पाओं उस पल को
जो रूठा है मुझ से ना जाने वो कब से
तडपता रहता है दिल उस दिल से
जिसने परवाह ना की इस दिल की
आज् की बात दिल की दिल से..........
आज् की बात दिल की दिल से
कोइ तु आये इस दिल मै
रह्ता जो इस दिल मै
करता है बात इस दिल से
आज् की बात दिल की दिल से..........
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ