ये पढाई ये पढाई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
सीलोटी मा खाडू दगड़ भीरर र र र र र
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
अ दगडी अनार आयी
झट सोली मील
पट ये पोट मा ग्याई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
आ दगडी जण आम आयी
झट दगड उठै की पट डाली चूले
पत दोई दानी आम की भ्यां ऐ
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
इ दगडी इमली आयी
झट मेरी जीब लाल्स्याई
पट मेरु लालु चुलह ग्याई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
ई दगडी इमारती आयी
झट मील आपरा किसा लुक्यद्याई
छुप छुप छुपैकी वीं चुसैई
जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
उ दगडी उपरी आयी
झट तुडी की चिर दयाई
पट दातों पट्टी मा चबाई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
ऊ दगडी ऊन आयी
म्यार डैभ्रारा हर्ची ग्याई
मी चिले की गीत ग्याई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
ए दगडी एरावत आई
बोई वैल सुंडा उभा क्याई
मील तन हुँकार दयाई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
ऐ दगडी ऐनक आयी
दादा जी का चस्मा लुक्या दयाई
दादा को भार्मंडा चड़ी ग्याई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
ओं दगडी ओखली आयी
मयारू मुड्मा भूसा ग्याई
गुरूजी णी कुट दयाई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई.................... .
औ दगडी औरत आयी
मेर बोई मी थै याद आयी
वींका लाठौ म्यार पीछणे आयी
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
अं दगडी अंक आयी
मेर गिनती भूल ग्याई
गणीत मा शून्या बस याद रहई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
आ दगडी आराम आयी
मील लम्ब धिशायण लगायाई
सर सर बल मी से ग्याई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
इण मेरी पढाई वहाई
ये आखर काला भैन्सुं देख्याई
मी थै ठेंगाला नचाई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
ये पढाई ये पढाई
मी थै जम्दो णी मी दगडी बच्चोँदी णी
सीलोटी मा खाडू दगड़ भीरर र र र र र
ये आखर कपाली मा गुस्दु णी
ये पढाई ये पढाई....................
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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