भाग ७१
सुबेर-सुबेर घपरोल
" आजो गढवालि चुटकला" " "
ब्वारी,"कन बिज़ोग पड़ा।दस बज गये अभी तक चाय नहीं मिली।"श्रीमान जी,"अरे बेटा।! कन्न बिज़ोग प्वाड़ "। बोला जाता है। भौत सुंदर।"श्रीमती जी,"ब्वारी गाल़ि दीणि अर तुम भौत सुंदर बुन्ना छवा। कैते दीणि ह्वैलि गाल़ि। वीं तुमारि पातर पुष्पा बौ न शुरु कैरि याल क्लास क्य।"ब्वारि,"मम्मी जी, ये पातर क्या होता है? थैंक्स टू ताई जी।ताई जी ने कहा है वो वट्स ऐप पर ही सिखा देंगी । हाँ जगता मामी को भि जोड़ दिया है ग्रुप में । ताई के साथ वो भी सिखायेंगी।"श्रीमान जी,"बेटा,वे "गढवालि पाठशाला" ग्रुप में मिते बि जोड़ी द्य्याव। मि भि पड़ौल।"श्रीमती जी,"भांगुल जाऽमल ,बांझ ह्वेलि वा पाठशाला, जख गाल़ि ही सिखै जांदान। येआदिम ते त प्रिंसिपल बणै ध्याव वीं इस्कूल मा। नरभै किसन कन्हैया ।"श्रीमान जी," तू जादा नि बोलि हाँ। मिन तू गौं जोग कैरि दिण। गौं क कूड़ि बि बांझ ही त हुईं च।कम से कम तू आग त जगै देलि वख।"ब्वारी,"पापा जी!आपको नहीं ले सकते हम ग्रुप में।वो सिर्फ सास-बहुओं का ग्रुप है। पापा जी इसका क्या मतलब है,"गुदनाड़ जाऽलि वूंक झगुलि ट्वपलि मिते त वून ब्यौ मा बुलै नि।" हिंदी में अनुवाद करने को कहा है ताई ने।"श्रीमान जी," बेटा यांक मतलब त स्या तेरी सासू ही बतालि । पर कख लम्पट व्हाइ वा। चा बि नि बणै आज।"ब्वारी," पापा जी , मम्मी जी तो भिनभिनाती बाहर निकली हैं। लो ,ओ आ रही हैं दूध लेकर।"श्रीमान जी," अरे मि खुणि बोलि दींद कि दूध नि च। मि त जांदू। "श्रीमती जी," न तुम त पीएचडी करैन अब ब्वारी तैं गाल्यूं मा। सर्रा उमर मितै गाल़ि त दीणा रवा। हौर आंदु क्य तुमते कछड़ि जमौण सिवा।"ब्वारी ," ओह मम्मी जी।सो स्वीट। बस दो दिन आपके हाथ की चाय क स्वाद ले लें। बस फिर तो ,पहली जनवरी से . . . . ।श्रीमान जी," क्य! तू मैत जाणि छै परिस्यों.। भौत सुंदर। चलो कुछ दिन चैंज बि हुण चयेंद।"श्रीमती जी," भौत खुश हुणा छौ। नि जाण्यां मि मैत। चैंज चयेंदु तुमतै ,हैं!तब यखि राऽल म्यार घारम घमसाण मचिं तुमार पातरोंक। म्यार सामान खतम करणो। कान खोलिक सुणो, अगर आजकु बाद वा पातर तुमारि पुष्पा बौ अर वींक बैण जगता म्यार घारम नज़र आई ,त मिन घाऽत डालि दीण . हाँ । देखि लेन तुम।"श्रीमान जी," चुप रै या। यू धरमू कख च?"ब्वारी,"पापा जी, वो विडियो कौल पर हैं सुंदर मामा के साथ। कु्छ सलाह दे रहे हैं कोर्ट केस में। शायद समझौता हो जाये।"श्रीमती जी," सबास म्यार धरमू। वी ले कुछ मदद करणू आपर ममों क।अब त भुलौ समझौता करैक हि जौलू मि मैत, लड्डू लेकि।"ब्वारी," मम्मी जी, पहली जनवरी से सब काम जया मैड करेगी। दैट्स फाइनल। पर आज तो टैस्टी चाय आप ही पिला दो।"श्रीमती जी," मिन कत्तै नि जाणि दीण वीं तैं आपर किचन मा। बस!चाहे क्वी मिते भुखि रखिन।"श्रीमान जी,"ठिक्क च ।झाड़ू-पौंछा त करिन दी। अब आच्छु लगाऽल जू ब्वारी द्याखल यू काम करद मितै. . चलि जा .
ब्वारी,"कन बिज़ोग पड़ा।दस बज गये अभी तक चाय नहीं मिली।"
श्रीमान जी,"अरे बेटा।! कन्न बिज़ोग प्वाड़ "। बोला जाता है। भौत सुंदर।"
श्रीमती जी,"ब्वारी गाल़ि दीणि अर तुम भौत सुंदर बुन्ना छवा। कैते दीणि ह्वैलि गाल़ि। वीं तुमारि पातर पुष्पा बौ न शुरु कैरि याल क्लास क्य।"
ब्वारि,"मम्मी जी, ये पातर क्या होता है? थैंक्स टू ताई जी।ताई जी ने कहा है वो वट्स ऐप पर ही सिखा देंगी । हाँ जगता मामी को भि जोड़ दिया है ग्रुप में । ताई के साथ वो भी सिखायेंगी।"
श्रीमान जी,"बेटा,वे "गढवालि पाठशाला" ग्रुप में मिते बि जोड़ी द्य्याव। मि भि पड़ौल।"
श्रीमती जी,"भांगुल जाऽमल ,बांझ ह्वेलि वा पाठशाला, जख गाल़ि ही सिखै जांदान। येआदिम ते त प्रिंसिपल बणै ध्याव वीं इस्कूल मा। नरभै किसन कन्हैया ।"
श्रीमान जी," तू जादा नि बोलि हाँ। मिन तू गौं जोग कैरि दिण। गौं क कूड़ि बि बांझ ही त हुईं च।कम से कम तू आग त जगै देलि वख।"
ब्वारी,"पापा जी!आपको नहीं ले सकते हम ग्रुप में।वो सिर्फ सास-बहुओं का ग्रुप है।
पापा जी इसका क्या मतलब है,"गुदनाड़ जाऽलि वूंक झगुलि ट्वपलि मिते त वून ब्यौ मा बुलै नि।" हिंदी में अनुवाद करने को कहा है ताई ने।"
श्रीमान जी," बेटा यांक मतलब त स्या तेरी सासू ही बतालि । पर कख लम्पट व्हाइ वा। चा बि नि बणै आज।"
ब्वारी," पापा जी , मम्मी जी तो भिनभिनाती बाहर निकली हैं। लो ,ओ आ रही हैं दूध लेकर।"
श्रीमान जी," अरे मि खुणि बोलि दींद कि दूध नि च। मि त जांदू। "
श्रीमती जी," न तुम त पीएचडी करैन अब ब्वारी तैं गाल्यूं मा। सर्रा उमर मितै गाल़ि त दीणा रवा। हौर आंदु क्य तुमते कछड़ि जमौण सिवा।"
ब्वारी ," ओह मम्मी जी।सो स्वीट। बस दो दिन आपके हाथ की चाय क स्वाद ले लें। बस फिर तो ,पहली जनवरी से . . . . ।
श्रीमान जी," क्य! तू मैत जाणि छै परिस्यों.। भौत सुंदर। चलो कुछ दिन चैंज बि हुण चयेंद।"
श्रीमती जी," भौत खुश हुणा छौ। नि जाण्यां मि मैत। चैंज चयेंदु तुमतै ,हैं!तब यखि राऽल म्यार घारम घमसाण मचिं तुमार पातरोंक। म्यार सामान खतम करणो। कान खोलिक सुणो, अगर आजकु बाद वा पातर तुमारि पुष्पा बौ अर वींक बैण जगता म्यार घारम नज़र आई ,त मिन घाऽत डालि दीण . हाँ ।
देखि लेन तुम।"
श्रीमान जी," चुप रै या। यू धरमू कख च?"
ब्वारी,"पापा जी, वो विडियो कौल पर हैं सुंदर मामा के साथ। कु्छ सलाह दे रहे हैं कोर्ट केस में। शायद समझौता हो जाये।"
श्रीमती जी," सबास म्यार धरमू। वी ले कुछ मदद करणू आपर ममों क।अब त भुलौ समझौता करैक हि जौलू मि मैत, लड्डू लेकि।"
ब्वारी," मम्मी जी, पहली जनवरी से सब काम जया मैड करेगी। दैट्स फाइनल। पर आज तो टैस्टी चाय आप ही पिला दो।"
श्रीमती जी," मिन कत्तै नि जाणि दीण वीं तैं आपर किचन मा। बस!चाहे क्वी मिते भुखि रखिन।"
श्रीमान जी,"ठिक्क च ।झाड़ू-पौंछा त करिन दी। अब आच्छु लगाऽल जू ब्वारी द्याखल यू काम करद मितै. . चलि जा .


0 टिप्पणियाँ