कदगा हीटा
कदगा जण हीटा ये बाटा कदगा हीटा
भुल्हो दिदों तुम भी हीटा ये बाटा तुम भी हीटा
बाटा बाट हेराणु बाटा छुंयीं लगाणु
तुम भी आव भुली दीदियो तुम भी सुना
ये गढ़ देश उत्तरखंड की बात
कदगा जण हीटा ये बाटा कदगा हीटा.........
बिसरी बिसरी बात अब अणी वहाली याद
छुटा छुटा न्नाह कुठंण कैल होली शुरुवाह्त
ओ छुटपन का दीण ओ बिता पलछिन
आँखों मा उनका चित्र उभारणा व्हाला
क्या वा बाटा याद आणा वाहला
कदगा जण हीटा ये बाटा कदगा हीटा.........
आण जाण कुठयुं की गुज़री यख बारात
तू होलो भुलो मी थै सब छ याद
स्कुल का दीण वो खेली खेली की बात
ये माटा मा लुट लुँटैकी होये तो आबाद
एक बार मोडे की अब तक तू आयी णी घार
कदगा जण हीटा ये बाटा कदगा हीटा.........
आणु याद मी थै तेर ब्योली भी आई ये बाट
सुखी संसारा की यख व्हाई प्रभात
कुछ दीण बाद तू चलगे ये उन्दरा बाटा
जाकी इतागा दीण व्हागे ना आयी उकाल की याद
दाणी अन्ख्युं मा अब बस दाडमण बरसात बरसात
कदगा जण हीटा ये बाटा कदगा हीटा.........
कदगा जण हीटा ये बाटा कदगा हीटा
भुल्हो दिदों तुम भी हीटा ये बाटा तुम भी हीटा
बाटा बाट हेराणु बाटा छुंयीं लगाणु
तुम भी आव भुली दीदियो तुम भी सुना
ये गढ़ देश उत्तरखंड की बात
कदगा जण हीटा ये बाटा कदगा हीटा.........
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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