गंगा की धार
हरीद्वार को घाट
बद्री केदार को धाम
माँ नंदा देवी को जात
सभी ध्ये लगाणी
कब अला बोई
अब फैशलू तुमरुचा
हरीद्वार को घाट
बद्री केदार को धाम
माँ नंदा देवी को जात
सभी ध्ये लगाणी
कब अला बोई
अब फैशलू तुमरुचा
मै उत्तराखंड आप को बुला रहा हूँ कब आओगे ?
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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