डेंगू
बरखा घनघोर होयींच
मन खिद खिद रुणुच
बरखा मा भीजै की
बारडा बुक्खार मा तापुयंच
डेंगू दाद कमा मा लगुयुंच
कुडा कुडा गाम गाम
कण हल्ला हुयांचा
सबका कपाली फुटुयांचा
कंण ज्वर फैलायूँ च
डेंगू दाद कमा मा लगुयुंच
छुट नान भुल्ह भुली
जीउ टपकरण छना
डॉक्टर भैजी बीजी छान
बोई की जीकोडी ध्क्यणी च
डेंगू दाद कमा मा लगुयुंच
कण माचु ये साथ
अब हर घर की बात
देहरदुन मा सीणी
देख हमरी सरकार
डेंगू दाद कमा मा लगुयुंच
बरखा घनघोर होयींच
मन खिद खिद रुणुच
बरखा मा भीजै की
बारडा बुक्खार मा तापुयंच
डेंगू दाद कमा मा लगुयुंच
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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