गुरु माता पिता और इश
मेरे तु वो भगवान्
दिया मुझ को
जीवन और प्राण
इस जग मै स्थान
मेरे तु वो भगवान्
हड मांस के इन्सान
एक नर एक नार
अब मेरी पहचान
विश्व करूँ आगाज
मेरे तु वो भगवान्
दुःख सुख समान
उंगली मेरी थाम
भैज दिया गुरु धाम
मीला ईशा का ज्ञान
मेरे तु वो भगवान्
बातों सै मेरी पहचानो
कहँ भगवन अब तु जान
मेरी शक्ती के वो वरदान
मन मंदिर उनका स्थान
मेरे तु वो भगवान्
ना खुले चक्षु के कान
मीलों आऊं तुझसै
आज मेरे भगवान
माँ पीताजी का ऊँचा स्थान
गुरु ही मेरा सच्चे भगवान्
इश से मिलने को खींचें मेरे कान
सेवा कर माँ पीता की
इश आयंगे तेरे द्वार
वो मेरे साई भगवान्
मेरे तु वो भगवान्
दिया मुझ को
जीवन और प्राण
इस जग मै स्थान
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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