उथल पुथल
कण उथल पुथल मची च
ढोंगह देशा मा रुल्युं का देश मा
मेर माय देश मा
ये पहडा मा ये गढ़वाल मा
कण उथल पुथल मची च ये उत्तराखंड
देखा जख वख मची लुटा
मन मा कण च ये छुट
हरी दवार भाटैक हीमाला टूक
लुट सकी ता सब लुट
कण उथल पुथल मची च ये देवभूमि मा
गंगा को पणी मा माया की मुख
टेहरी डैम मा बिजली की तुट
चुनवा जीती की पाँच बरस लुट
नेता का मन मा बस सत्ता की भूख
कण उथल पुथल मची च ये राजधनी मा
बुरांश मोली गैनी प्युन्ली उडैगैनी
सुख का गीत काखक लुकैणी
चाखला पखाला सब छुडी गैनी
मनखी का घोल कै घोल खोयेणी
कण उथल पुथल मची च ये मेर खैरी मा
गदयाना सब सप्नीयुं मा बोग गैनी
खुद बरखा ये अब बारामास लगेणी
कफल कीन्गोडा की डाली कट गैनी
घुघती अब बल कीले णी घुरैणी
कण उथल पुथल मची च ये मेर गीत मा
कण उथल पुथल मची च
ढोंगह देशा मा रुल्युं का देश मा
मेर माय देश मा
ये पहडा मा ये गढ़वाल मा
कण उथल पुथल मची च ये उत्तराखंड
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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