नेता दर्शन
आज तुमको एसे प्राणी से मीलाओं
उस के मन मे मै फुल खिलाओं
तनिक उसे मै हर्षओं
आप का दर उसे मे देखाओं
हर पाँच बरस मे वो आये
कभी देर तु कभी जल्दी
दोनों हाथ उस आज से जुड़ओं
कुछ वादा करेगा वो स्वप्ना सजाएगा
आप का दिल पंचवर्षी योजना मे लुभयेगा
अगर जीतेगा तो आप को भुल जायेगा
हारेगा तु कोसेगा दिल से तुम्हे
तुम्हारे वोट को चाट जायेगा
मुंह का निवाला ही छिन जायेगा
महंगाई की दुल्हन को सजयेगा
जीवन तुम्हारा दोभर कर जायेगा
आटा दल का भाव वो बताएगा
पाँच वर्ष उंगली पर नाच्येगा
लेकिन अखीर मो फिर तुम्हारी
और बढ चल आएगा बढ चल आएगा बढ चल आएगा
एक खाकी टोपी पहने
दोनों हाथ हाथ को जोड़े
नेता है ये नेता
बस लेता ये लेता
चाहै वोट हो या नोट
इस के दिल मे बढ है खोट बढ है खोट बढ है खोट
लगतार देश चोट पोंहचायेगा
देश का पैंश स्विस बैंक जमा कर जायेगा
आज तुमको एसे प्राणी से मीलाओं
उस के मन मे मै फुल खिलाओं
तनिक उसे मै हर्षओं
आप का दर उसे मे देखाओं
हर पाँच बरस मे वो आये
कभी देर तु कभी जल्दी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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