कुडै मै जिन्दगी
कुडै मै भी देखो जिन्दगी साथ निभाती
अपने और अपना रंग दिखती जिन्दगी
कितने साथी और साथ साथ चलती जिन्दगी
एक नया गुल और एक नया रूप खिलती जिन्दगी
कुडै मै भी देखो जिन्दगी साथ निभाती
दुःख सुख मेरे साथी ओ हमदम
ओ अमीरी ओ गरीबी का चोली दामन
विहंग की तरहं उड़ता मेर मन
आशा है अपने लक्ष्य तक पहुंचने की लगन
कुडै मै भी देखो जिन्दगी साथ निभाती
कर निरंतर संघर्ष रह तु अविचल
कुडै मै ही खिलेगा मेहनत का कँवल
एक नयी विश्व का अविष्कार करेगा
तेर ये त्यागा बलिदान एक दिन फलेगा
कुडै मै भी देखो जिन्दगी साथ निभाती
कुडै मै भी देखो जिन्दगी साथ निभाती
अपने और अपना रंग दिखती जिन्दगी
कितने साथी और साथ साथ चलती जिन्दगी
एक नया गुल और एक नया रूप खिलती जिन्दगी
कुडै मै भी देखो जिन्दगी साथ निभाती
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
कवी बालकृष्ण डी ध्यानी
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