गणतंत्र का ये गण
बोला हरदम वन्दे मातरम वन्दे मातरम
गण को मील आज तंत्र
चलो आज ६३ वाँ गणतंत्र दिवस मनाये
गण गण का ये गण
बोला हरदम वन्दे मातरम वन्दे मातरम
सुजलाम सुफलाम रहे हम
दिल बोले हम संग संग
भारत मेर भग्या विधाता
लोक तंत्र का है जनक दाता
कदम से कदम हम मिलाये
एक नई रहा बनाये
गणतंत्र का ये गण
बोला हरदम वन्दे मातरम वन्दे मातरम
नई सोच नई दिशा दिलाये
दुनिया के साथ कदम मिलाये
एक नई रहा हम बनाये
शांती पथ पर आगे बढ़ जाये
काठनायीयुं को पार करें हम
स्वचछ सुन्दर ये देश बनाये
निरंतर उन्नती के पथ आये
गणतंत्र का ये गण
बोला हरदम वन्दे मातरम वन्दे मातरम
मिल जुलकर हम आये
देश भावना सबके मन जाग्रत कर जांयें
एक रहे हम एक रहे हम
ये मन्त्र अब हम सब गाये
हिन्दी है हम हिन्दी है हम हिन्दी है हम
वतन है हिन्दुस्तान हमारा
एक विश्व को अब हम बनाये
विश्व पटल भारत का तिरंगा फैरायें
गणतंत्र का ये गण
बोला हरदम वन्दे मातरम वन्दे मातरम
गणतंत्र का ये गण
बोला हरदम वन्दे मातरम वन्दे मातरम
गण को मील आज तंत्र
चलो आज ६३ वाँ गणतंत्र दिवस मनाये
गण गण का ये गण
बोला हरदम वन्दे मातरम वन्दे मातरम
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ