हयुन्दा
सारी रात यादओंदी
याद ये आंखी भीगओंदी
जीकोडी मेर झुरोओंदी
सुवा मेरी सुण मेरी बाता
झट मैत छुडी ससरोस ओ
ये हयुन्दा दिण हयुन्दा रात ......
स्वामी कण ओलो मी वख
ना यख गाडी ना घोड़ा
उकाली बाटा मा ह्युंद पड़यूँ जाद
रात का टैम काला अँधेरा बाटा
ये हयुन्दा दिण हयुन्दा रात ......
पहाड़ मा लुकी छुपी खैरी छुंछी
कूल्हण कुल्हंण मा आजा
रात मा णी निकली सुवा
सवेर मा येजा भोल्ह परबत
ये हयुन्दा दिण हयुन्दा रात ......
यैजालू स्वामी ब्याल मी ससरास
कणकै काटलु आज की रात
सैर लागी रैली मी थै कब खुलेली रात
झण क्या व्हाई स्वामी कै ऐ रैबार
ये हयुन्दा दिण हयुन्दा रात ......
सारी रात यादओंदी
याद ये आंखी भीगओंदी
जीकोडी मेर झुरोओंदी
सुवा मेरी सुण मेरी बाता
झट मैत छुडी ससरोस ओ
ये हयुन्दा दिण हयुन्दा रात ......
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी

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