ॐ साईं राम सबका मालिक एक
सबका मालिक एक
तेरे दर पर सर झुकाया मैने
आवाज आयी कंही से किसने जगाया मुझे
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
ऐ मेरे मालिक ऐ मेरे खुदा
तु ही ईश कर सबका भला
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
रोतों को अब हंसा
पाया करम शीश यंहा झुख
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
एक ही है हम सब
यह रहा दिखया तुने
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
कदम जो बढाया मैने
गले से लगाया तुने
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
सतगुरु तु जग का
सत मार्ग पर चला मुझे
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
भटक गर मै जाओं
दीपक की लो जलकर रहा दिखा
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
तेरी महिमा को कैसे बखान करो
इस जीव्हाह तेरे शब्द प्रधान करों
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
साई मेरे साई इस जग मै
जगमग तेरी ज्योत जले
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
एक बार जो भजै तुझे यंहा
अनंत तक उस के साथ चले
तेरे दर पर सर झुकाया मैने ...................
तेरे दर पर सर झुकाया मैने
आवाज आयी कंही से किसने जगाया मुझे
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी

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