हे भुल्हा गड्वाली
हे भुल्हा गड्वाली ..........२
कखक छे तो भुल्हा गड्वाली
धन मेरा भुल्हा गढ़वाली
क्या करदू भुल्हा गढ़वाली
छुडी की ऐ गढ़वाला
हे भुल्हा गड्वाली ..........२
कख्क छे गढ़ को भग्याविधात
कख्क लैकी गै ऐ गढ़ को भाग
ऐ भूलह गढ़वाली बोल भुल्हा गढ़वाली
कै बाटा गै तो परती णी ऐ
हे भुल्हा गड्वाली ..........२
कंण छे तो कंण तेरु कमा
जुगराज रै छुडी की ऐ धमा
गढ़ देश की याद तीथै कभी ऐ
हम थै रूलेगै सबैर शामा
हे भुल्हा गड्वाली ..........२
चौक तै डंड्ली बोलाण छिण
वो हौज वा तिबारी बोलाण छिण
तो बिसरी गै होलो भुल्हा गढ़वाली
म्यार दगडी सब ती थै ध्यै लगाण छिण
हे भुल्हा गड्वाली ..........२ ]
हे भुल्हा गड्वाली ..........२
कखक छे तो भुल्हा गड्वाली
धन मेरा भुल्हा गढ़वाली
क्या करदू भुल्हा गढ़वाली
छुडी की ऐ गढ़वाला
हे भुल्हा गड्वाली ..........२
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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