धय्याई लगाके ....
गों गोठ्यार जी उधार
सैंती पाली नुनों जी उढ़यार
खेती बाडी जी उकाल
बंजा पुंगडा जी बंसयां घार
गों गोठ्यार जी उधार ...............
उंदारुँ का जी गेल्या मेरा
कैगै जी मनख्यूं थै बीमार
सीदु सादु जी गढ़देश मेरू
कैगे जी माया को उमाला
गों गोठ्यार जी उधार ...............
बुराँस प्योंली जी आज
मोल्यार व्हैकी जी गै रोल्यार
ढोंगा होग्या जी पोटगी का आज
चूल्हों मा जी णी जगदी आगा
गों गोठ्यार जी उधार ...............
बारमास जी बारा बाट
को आलो जी भटकी की आज
धय्याई लगा के दे जी रैबार
छुटगै जी आज घरबार
गों गोठ्यार जी उधार ...............
गों गोठ्यार जी उधार
सैंती पाली नुनों जी उढ़यार
खेती बाडी जी उकाल
बंजा पुंगडा जी बंसयां घार
गों गोठ्यार जी उधार ...............
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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