श्वेत रंग
चोरालीया चोरालीया
देख तो ठगा का ठगा रह गया
श्वेत रंग सब लुट लै गया
प्रकाशीत कर धुमिल कर गया
चुपके सब उड़ा ले गया
श्वेत रंग सब लुट लै गया..........
खाकी बदनाम कर गया
टोपी वो नीलाम कर गया
धोती सरै आम कर गया
घोटालो मै नाम कर गया
चुपके सब उड़ा ले गया
श्वेत रंग सब लुट लै गया..........
देखा चारा भी खा गया
अपना नारा साथ लै गया
शांती का अग्रदुत बनकर
पीताम्बर वो ओढा गया
चुपके सब उड़ा ले गया
श्वेत रंग सब लुट लै गया..........
जेलों मै भरे पडे हैं
हाँ जी 2 जी के लिये
चिरहरण अपना कर
संसद का नाम लिया
चुपके सब उड़ा ले गया
श्वेत रंग सब लुट लै गया..........
चोरालीया चोरालीया
देख तो ठगा का ठगा रह गया
श्वेत रंग सब लुट लै गया
प्रकाशीत कर धुमिल कर गया
चुपके सब उड़ा ले गया
श्वेत रंग सब लुट लै गया..........
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ