देख्यालीजी
मेर अप्डों की
खैरी विपदा आँखोंल देख्यालीजी
अपरा अंशुंल बस
आँखों भातैक भैर भैर्यलीजी
मेर अप्डों की
खैरी विपदा आँखोंल देख्यालीजी
जमनोत्री यमनोत्री
को रेत ठेकैदरों चुरयाली जी
उत्तराखंड सरकार नी बस
अपरा अपरा किसा भैर्यली जी
मेर अप्डों की
खैरी विपदा आँखोंल देख्यालीजी
दारू की गंगा
गों गों अब बहाणी च ऐ भी देख्याली जी
बेटी ब्वारी अन्दोलना करणी
अपरा लोगों हाथ उपर कैर्यली जी
मेर अप्डों की
खैरी विपदा आँखोंल देख्यालीजी
डाला डाली अब जलणा छीण
जंगलात राखा होणा छीण ऐ भी देख्याली जी
आगा भुजाण वालों थै हमोंण दीदा
टुंडा सड़की तीरी बैठायां दिख्याली जी
मेर अप्डों की
खैरी विपदा आँखोंल देख्यालीजी
रीटा मनखी रीटा गढ़ देख्यालीजी
बंजा पुंगडा रीटा डंडा भी देख्यालीजी
दाना बोढ्या नाना छोरों को उत्तराखंड
बेटी ब्वारी यूँ कमर कसी संभाली जी
मेर अप्डों की
खैरी विपदा आँखोंल देख्यालीजी
मेर अप्डों की
खैरी विपदा आँखोंल देख्यालीजी
अपरा अंशुंल बस
आँखों भातैक भैर भैर्यलीजी
मेर अप्डों की
खैरी विपदा आँखोंल देख्यालीजी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ