धोंन्येंडू धोंन्येंडू गढ़देश आज
धोंन्येंडू धोंन्येंडू होयुंचा कंण ऐ कोयेडू छायुंचा !
जंगलात खाक व्हागेणी वनसंपदा नस्ट व्हागेणी !!
धोंन्येंडू धोंन्येंडू होयुंचा कंण ऐ कोयेडू छायुंचा .....
अक्राराल विकराल अग्नी सब ग्रास कैगयाई !
गढ़ का जंगलों थै अब सब सपाट कैगयाई !!
धोंन्येंडू धोंन्येंडू होयुंचा कंण ऐ कोयेडू छायुंचा .....
देखद रैंगैनी ऐ आंखी बस हस अपरा आँखों थै!
गीचुडी सीलगैणी बस आहा स्वास निकल सांसुं थै !!
धोंन्येंडू धोंन्येंडू होयुंचा कंण ऐ कोयेडू छायुंचा .....
दम घुटी बर्मंड चडी ज्वार चडी आजार फैल्युं घटीयूँ मा!
अब बार दा भी आगा बुझे गढ़ देशा की बेटी ब्वारीयुं णी !!
धोंन्येंडू धोंन्येंडू होयुंचा कंण ऐ कोयेडू छायुंचा .....
सरकारी म्ह्तमा बस बल दिखदा ही दिखदा रैग्याई!
सरग दीदा तिल भी णी बल अंशुं चूलें इन घटीयूँ मा !!
धोंन्येंडू धोंन्येंडू होयुंचा कंण ऐ कोयेडू छायुंचा .....
धोंन्येंडू धोंन्येंडू होयुंचा कंण ऐ कोयेडू छायुंचा !
जंगलात खाक व्हागेणी वनसंपदा नस्ट व्हागेणी !!
धोंन्येंडू धोंन्येंडू होयुंचा कंण ऐ कोयेडू छायुंचा .....
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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