बेरुखी
देख तेरी बेरुखी
दिल को यकीं आ गया
कंही ना कंही मुझसे तुझे भी प्यार है
ऐ मुझे यकीन आ गया
आंखें मिली मुझसे ओर
हल्का सा असर छा गया
तेरी बेरुखी मे अब भी
तेरे चेहरे पे दर्द आ गया
ऐ मुझे यकीन आ गया
मीले थै हम कभी यंहा
पर अब जुदा जुदा से हैं
रहा एक ही थी हमारी पर
मंजील जुदा जुदा सा है
ऐ मुझे यकीन आ गया
अधुरा प्रेम की वो
छलकती बरसात आज भी है
कंही ना कंही दबे होये
वो अहसास आज भी है
ऐ मुझे यकीन आ गया
देख तेरी बेरुखी
दिल को यकीं आ गया
कंही ना कंही मुझसे तुझे भी प्यार है
ऐ मुझे यकीन आ गया
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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