याद आणु
घोंगरा आ अ अ
तयार उड़ता घोंगरालो बाला
तयार इंण लट्लों मा
उलझीगे रै मन म्यार
घोंगरा आ अ अ .............
हो हो हो ....हो गीता गाणों म्यार पहाडा
मी थै बुलाणों मुल्क म्यार हो हो ..........
तेरी दंतोली तेर हसोली
तेर माथा की गोल गोल बिंदी
मी थै बोलाणी या ...हो हो ...मी थै बोलाणी या तेर माया
मी थै खुदेड़ जाणदी वा यकुली मा रुले जांदी वा तेर माया
हो हो हो ...हो याद आणु मी थै मेरु पहाडा
क्दगा बरस बीतगे छुडी की मेरु गढवाला हो हो ......
मी यकुली तो यकुली रेगे
प्रीत मेरी हो हो हो प्रीत मेरी बल मेरी जीकोडी रैगै
उफाराणु टपराणु च बल अब ई काया
जीयु भीतर ही भोरी रैगै ऐ उमाला
हो हो हो ....हो गीता गाणों म्यार पहाडा
मी थै बुलाणों मुल्क म्यार हो हो ..........
घोंगरा आ अ अ
तयार उड़ता घोंगरालो बाला
तयार इंण लट्लों मा
उलझीगे रै मन म्यार
घोंगरा आ अ अ .............
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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