देख लो
देख लो लुट गया कोई
देख लो ओर कोई लुट रहा अब भी
देख लो अब तुम भी देख लो
देख लो दर्द का बहता दरिया
देख लो रोता हुये पहड़ों को
देख लो अब तुम भी देख लो
देख लो प्रगती के नाम छला
देख लो उनका ही यंहा दमन भरा
देख लो अब तुम भी देख लो
देख लो रुदन का स्वर हर घर से आता हुआ
देख लो बस पहड़ों पर मातम छाता हुआ
देख लो अब तुम भी देख लो
देख लो दर्द का अहसास अब तुम भी करलो
देख लो देखकर दो आंखें नम तुम भी करलो
देख लो अब तुम भी देख लो
देख लो सफ़ेद धारीयों को उनकी राजनीती को
देख लो राजा बिन तड़पती इस प्रजा को
देख लो अब तुम भी देख लो
देख लो लुट गया कोई
देख लो ओर कोई लुट रहा अब भी
देख लो अब तुम भी देख लो
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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