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बालपन


बालपन 

छुटपन ...2
किले छुडीकी ग्याई मेरु बालपन 
छुटपन ...2

याद आंदी रैंदु 
ध्याई लगनी रैंदु 
चै चै दुओडी चोक डनड्याला 
मी थै भटयाँ दी रैंदु 

छुटपन ...2
किले छुडीकी ग्याई मेरु बालपन 
छुटपन ...2

खुदामा मेर रै ग्याई 
कंन सर आई रै दगडया सर चली ग्याई 
वा स्वप्नु का कूड़ा मा 
मै दगडी किले रुश ग्याई 

छुटपन ...2
किले छुडीकी ग्याई मेरु बालपन 
छुटपन ...2

बैठयूँ छा ये धरु मा बिरडी गै तू कै घरो मा 
ऐजा कबीत फिरकै की यख 
फिर मस्ती करोला चिंता तज की

छुटपन ...2
किले छुडीकी ग्याई मेरु बालपन 
छुटपन ...२

दिनांक ६ /१० /१२ शनिवार दोपहरी १३:३४

एक उत्तराखंडी 

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत 

बालकृष्ण डी ध्यानी
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