बिरडी
बिरडी गैनी ….२
वो बाटा
वो थाटा
वो मयारू लाटा
बिरडी गैनी ….२
कु लगाणी धयीं
कैमा लगाणी छुंयीं
सब बिसरी गैण
बस घुमाण को ऐणा
बिरडी गैनी ….२
फूटो खीचै की
दुखडी सींची की
आपरू थै खींचै की
चली गै ण
बिरडी गैनी ….२
छुडीकी गैणा
यकुली कैणा
दिन रात इनी गैणा
बारामास की रैणा
बिरडी गैनी ….२
तिर तीर कैकी चुलीगैणा
जिकोड़ी थै भूली गैणा
अब आण कब तिल
ऐ आश भी टूटी गै ण
बिरडी गैनी ….२
बिरडी गैनी ….२
वो बाटा
वो थाटा
वो मयारू लाटा
बिरडी गैनी ….२
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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