बेरोजगारी
बेरोजगारी मा
क्ख्क मिलणी रोजगारी
पाहड़ों मा बस
ध्याड़ी की कमैदारी
१०० रुपया दिना का
यख अब मेहनतानी
नौना नौनी कज्यानी
सबी ऐमा च जुगाडी
पाहड़ों मा बस
ध्याड़ी की कमैदारी
ज्याद माया पिछने
पाल्याँ पाल्याँनदार
मेरा यखी मा कटनी
सुखैकी कुटमदारी
पाहड़ों मा बस
ध्याड़ी की कमैदारी
कराना तुम सीखेसैरी
दोई दिना की ऐ कहणी
एक च्ल्गै यखा भतेक दूर
एक यख अब भी चली जाणी
पाहड़ों मा बस
ध्याड़ी की कमैदारी
बेरोजगारी मा
क्ख्क मिलणी रोजगारी
पाहड़ों मा बस
ध्याड़ी की कमैदारी
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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