ब्याळ राती मी
ब्याळ राती मी डेरा मा छे ,डेरा मा छे ,डेरा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे
ऐ सुबैरा ....२ किले जगेई ऐकी किले जगेई
निंदी का मस्त मी झंपा मा छे ,झंपा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे ,डेरा मा छे ,डेरा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे
कंन सुंदर सुप्नीयु यख मेरा सब अपडा वख
मीळ निंदी थै घेर दयाई निंदी मीथै फेर दयाई
खटलू पोड़ पोड़ीकी अपरू गों गोंल्यों घूम आई
कंन बेळ राती की आई जुगराज रै काली माई
ब्याळ राती मी डेरा मा छे ,डेरा मा छे ,डेरा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे
हिलोर सी नींदी मेरी बसंत प्योंली बुरंस जणी
एक एक से भेंट आयों सेव सोंली मी कैर आयों
बाल बच्चों थै लाड़ क्याई ,जी छुंई मील चार कैरी
बाबाजी से अदमुख क्याई ईजा जणी ही मी मोड़ी
ब्याळ राती मी डेरा मा छे ,डेरा मा छे ,डेरा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे
सुबैर दीदा मील जगे मीथै ईजा आंसूं णी पूछण दे
ऐ खंत मेर जिकोड़ी मा रै मीळ बोई की आशीष णा ले
बोई बोई कैकी ऐ आंखीळ मीथै बस यख य्क्लू रुलै
अपरा गढ़देश छोडिकी क्वी भै-भ्न्द ऐ परदेश ना ऐ
ब्याळ राती मी डेरा मा छे ,डेरा मा छे ,डेरा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे ,डेरा मा छे ,डेरा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे
ऐ सुबैरा ....२ किले जगेई ऐकी किले जगेई
निंदी का मस्त मी झंपा मा छे ,झंपा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे ,डेरा मा छे ,डेरा मा छे
ब्याळ राती मी डेरा मा छे
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत
बालकृष्ण डी ध्यानी
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