ADD

पाणी पाणी कै जालू



पाणी पाणी कै जालू

पाणी पाणी ही होई जालो
तेर करणी का फल तू पालू ,पाणी पाणी कै जालू

जेंकी सत्ता च वो एकी दिनी लूछी जालो
भूमी थै फिर तू कंन कखक पालू ,पाणी पाणी कै जालू

चौं तरफ घेरु च तेरु ऐ चदरा
पाणी ऐकी भीगे जालो ,पाणी पाणी कै जालू

भैर भीतर तेरु पाणी च पाणी
दुःख सुख मा जबै उमाल आलू , पाणी पाणी कै जालू

दणमण ऐ आंसूं औरी चरका धरका बरखा
नाला गदनी वो समुद्र से भोरी जालो ,पाणी पाणी कै जालू

तैर रै तू अबै वो दिन कबी भी अब आलू
जबै ऐ भूमी फिर समोदर समै जाली ,पाणी पाणी कै जालू

पाणी पाणी ही होई जालो
तेर करणी का फल तू पालू ,पाणी पाणी कै जालू

एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत

बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ