ADD

तिरंगा



तिरंगा

तीन रंगों में
समाया है देश मेरा

तन मन धन है
वो मेरा सरमाया

आजाद तिरंगा साथ मेरे
दिल में वो ही और है हाथ मेरे

जब तक वो पास मेरे
ज़िंदा हूँ अहसास मुझे

भेंट शीश की चढ़ा जाउंगा
खून की माला चढ़ा जाउंगा

माँ मेरी रखना भरोसा
कोख में तेरी फिर आउंगा

जान बार बार चढ़ा जाउंगा
प्रीत मेरी निभा जाउंगा

तीन रंगों में
समाया है देश मेरा

तन मन धन है
वो मेरा सरमाया ...............जय हिन्द जय हिंदुस्तान

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
मै पूर्व प्रकाशीत हैं -सर्वाधिकार सुरक्षीत

जय हिन्द जय हिंदुस्तान वन्दे मातरम् वन्दे मातरम् वन्दे मातरम्

बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ