दो बूंद शराब का
दो बूंद शराब का ,खिलने लगा चेहरा जनाब का ..२
दो बूंद शराब का ......
पैमानों ने सुना,भरने लगा जाम अब गम आप का .२
दो बूंद शराब का ......
महकेगी शाम जलेंगे दिये( पीते पीते )...२
छलकेगी शराब हुस्न पे यों आज
राज खोलेंगे दिल के अब धीरे धीरे ......
दो बूंद शराब का ,खिलने लगा चेहरा जनाब का ..२
दो बूंद शराब का ......
पैमानों ने सुना,भरने लगा जाम अब गम आप का .२
दो बूंद शराब का ......
दो बूंद गयी ह्ल्क तरनुम सी बजी
बजने लगे सितार सात सरगम को ले साथ
मै भी नाचूँगा जनाब अब शराब ( पीते पीते )...२
दो बूंद शराब का ,खिलने लगा चेहरा जनाब का ..२
दो बूंद शराब का ......
पैमानों ने सुना,भरने लगा जाम अब गम आप का .२
दो बूंद शराब का ......
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ