नील परी
नील आसमानी ,नील परी
झिल मिल ....२ वो रात बड़ी
नील आसमानी ,नील परी
चाँद की चांदनी साथ खड़ी
फ़ैली है ..२ दूर तक सितारों की लड़ी
नील आसमानी ,नील परी
एक अकेली मै भी हूँ खड़ी
आजा रे ...२ आज पिया गरवा लगा
नील आसमानी ,नील परी
मै भी चुप हूँ तू भी चुप है खड़ी
सदीयों से...२ तन्हाई अपने साथ चली
नील आसमानी ,नील परी
नील आसमानी ,नील परी
झिल मिल ....२ वो रात बड़ी
नील आसमानी ,नील परी
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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