फिर एक बार
पुकार लो मुझे तुम
फिर एक बार
मै ही हूँ ,मै ही हूँ
तुम्हरा प्यार
फिर एक बार
दूध दही घी ,शक्कर
जैसा ना प्यार मेरा
दो चार दिन बाद
चढ़ जाता उन्हें फिर से
महंगाई बुखार का फेरा
पुकार लो मुझे तुम
फिर एक बार ................
साज में ना सृंगार में
सादगी में वो सजता है प्यार मेरा
उसके चेहरा देखने के बाद ही
आती है मुख में बहार मेरे
पुकार लो मुझे तुम
फिर एक बार ................
गैस मिट्टी तेल ना डीजल पेट्रोल
जैसा ना प्यार मेरा
ये तो बे मौसम भाव की
बरसती बरसात का डेरा
पुकार लो मुझे तुम
फिर एक बार ................
अपना है वो प्रीत मीत मेरा
सच्चा है वो प्रेम संगीत मेरा
बजती है दिल में मेरे
उस दिल की धडकन
वो है मेरा चौमासा मधुबन
पुकार लो मुझे तुम
फिर एक बार ................
पुकार लो मुझे तुम
फिर एक बार
मै ही हूँ ,मै ही हूँ
तुम्हरा प्यार
फिर एक बार
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
0 टिप्पणियाँ