अक्सर
अक्सर ये ख्याल आता है
बार बार मुझे मुझसे दूर ले जाता है
अक्सर ये ख्याल ............
बहुधा मै सोच में पड़ जाती हूँ
लगातार वो आके मुझे सताता है
अक्सर ये ख्याल ............
रह रहकर ख्याल उमड़ जाता है
पल पल वो अकेले में यूँ ही मचल जाता है
अक्सर ये ख्याल ............
आँखों में बस उसकी याद छुपी है
दिल पर एक फरियाद लिखी रखी है
अक्सर ये ख्याल ............
बोझल ना वो एक पल होता है
अक्सर ? ये क्या सिर्फ मेरे साथ होता है
अक्सर ये ख्याल ............
अक्सर ये ख्याल आता है
बार बार मुझे मुझसे दूर ले जाता है
अक्सर ये ख्याल ............
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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