प्रीत मेरी
प्रीत मेरी अजाणी छे
कंन कै कीलै की तू माया ल्गाणी छे
बथों मा वा फरफराणी छे
घघुती बण आकास उड़ी जाणी छे
प्रीत मेरी..................
रोलों खोलों मा तू गीत ल्गाणी छे
डालों गालों मा तू झूल जाणी छे
प्रीत मेरी छे तू रीत मेरी छे
बुरंस प्योंली मा हैंस्दी जाणी छे
प्रीत मेरी..................
उकालू उन्दरू बाटों दगडया
घार डंडों कंडों गदनीयुं की कथा ल्गाणी छे
सड़की वो टेड़ा मेडा बाटा गेल्या
अल छाल पल्या छाल ले जाणी छे
प्रीत मेरी..................
खैरी पीड़ा आपदा विपदा भैना
हेरी सखी और्री कया दिण दिखाण तिल
गढ़ मेरु मायाल्दु दिलदार छ
राखण दार मेरा देब्तों को ठों छन
प्रीत मेरी..................
प्रीत मेरी अजाणी छे
कंन कै कीलै की तू माया ल्गाणी छे
बथों मा वा फरफराणी छे
घघुती बण आकास उड़ी जाणी छे
प्रीत मेरी..................
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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