जानू छों जी
जाज मा जानू छों जी
अपरा परै छोड़की जानू छों जी
जाज मा जानू छों जी…२
मेर प्यारी मेर जी
यखुली यखुली नी रोई
रखै खैल बाल बच्चों का
सास ससुरा की सेवा कैई
जाज मा जानू छों जी…२
आलू खैल मेरु त
जीयु उदास नी कैई
काम धाणी मा लगी रै
मेर खुद मा नी खोई
जाज मा जानू छों जी…२
बाबा मेरु मेरे बोई
दणमण आंसूं नी भीगोई
बीती जाल ये बी दिन
कंन कै मील यकुली रैन
जाज मा जानू छों जी…२
पाड़ मेरु सेवासौंली लिंयाँ
मी थॆ तुम भूली नी ज्न्याँ
जानू छों मी परती आणा कूं
अपरी खुद दगडी खुदेन्दु रंयाँ
जाज मा जानू छों जी…२
जाज मा जानू छों जी
अपरा परै छोड़की जानू छों जी
जाज मा जानू छों जी…२
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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