झूम ने लगा
झूम ने लगा
दिल घुमने लगा….२
देखा उन नजरों को
उन्हें चूमने लगा
झूम ने लगा
दिल घुमने लगा............
लड़खड़ाया वो
थोड़ा बड़बड़ाया वो…२
सीने हुयी हलचल
थोड़ा धड़धड़ाया
झूम ने लगा
दिल घुमने लगा…………
बात की उसने
थोड़ा तुतलाया वो…२
हाथो में ले हाथ
थोड़ा घबराया वो
झूम ने लगा
दिल घुमने लगा…………
ये मेरे साथ है
क्या हर एक की बात है …२
प्रेम की होती है
क्या ऐसे ही शुरवात है
झूम ने लगा
दिल घुमने लगा…………
झूम ने लगा
दिल घुमने लगा….२
देखा उन नजरों को
उन्हें चूमने लगा
झूम ने लगा
दिल घुमने लगा…………
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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