मेरु उत्तराखंड
कंन राज छों ये कंन काज छों
उत्तरखंड मा बीती मी वीं बात छों
सबी लुक छिप जंयां डैर भैर नी अंयां
लुटी ले लो गंगा जी हमरु कया गंया
१३ बरस बीती १९ बरस बरसी कू
कंन मर्जी व्हाई ये गढ़ देश कू दर्जी कू
रहता कू नौव ऐगे कंन ऐं ईं आफत
बाउंस हूँण छिन चेक ये सीयँ छिन निरजक
क्दगा भूकी रै गैनी क्दगा मोर गैनी
वों आंकडा वों अंक क्ख्क लुके गैनी
राहत का टक्कों पर हूँ यूँ छ ब्योपार
विज्ञापन मा मेरु नरेना कि छबी चमकदार
कंन राज छों ये कंन काज छों
उत्तरखंड मा बीती मी वीं बात छों
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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