माँ मेरी माँ
एक धागा तू माता
हर मणि से तेरा नाता माता
माँ मेरी माँ
पग तेरा धो लूँ माता
अब उस अमृत को पी लूँ माता
माँ मेरी माँ
किरणों कि छवि है तेरी
वैसी माया हर तरफ फैली तेरी
माँ मेरी माँ
करुँ क्या बखान माता
मै बालक तू सदा मेरी माता
माँ मेरी माँ
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
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