ADD

यु जियु दगडी मिथे





यु जियु दगडी मिथे

कया हुनु कया हुनु
यु जियु दगडी मिथे
ऊ मी दगडी बचान लगे
मी ये दगडी बचान लग्युं

बादल जनि पंख लगि
ऊ यूँ उकाल उड़णु लग्युं
गद्न्युन जनि वेग आण लगि
ऊ ये ऊंदार बोगणयूं लग्युं

कया हुनु कया हुनु
यु जियु दगडी मिथे
ऊ मी दगडी बचान लगे
मी ये दगडी बचान लग्युं

कबि जानू यख कबि वख
ये जियु बौल्या बथा कया तू खोजनु लगे
इनि बी कया तेर चीज खवाई
जै थे में दगडी ही छुपानु लगे

कया हुनु कया हुनु
यु जियु दगडी मिथे
ऊ मी दगडी बचान लगे
मी ये दगडी बचान लग्युं

रंग आणु लगे फूली खिल्ना लगे
यकुलु हास्नु लगे यकलु रुनु लगे
कंन ये जियु थे रोग लागि
माया माया थे अब बुलानी लगे

कया हुनु कया हुनु
यु जियु दगडी मिथे
ऊ मी दगडी बचान लगे
मी ये दगडी बचान लग्युं

एक उत्तराखंडी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http:// balkrishna_dhyani.blogspot.com
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार सुरक्षित
बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ