गढ़ मेरु कैक च
एक च
कि अनेक च
गढ़ मेरु कैक च
ढून्गू च
कि गारों कु च
बग्दी गंगा धारों क च
डंडियों को च
कि फूलूं , कांडों कु च
हैरा भैरा बाणों, खोलों कु च
विपदा च
कि खैरी पीड़ा कु च
हेरदी बांटों क च
बेटी-ब्वारी च
कि घोर छोड़ दा चालों कु च
दाना बुढ्युं छोरों क च
बिसयं गदनी च
कि टेहरी डैम कु च
बोई बाल-कुँवारी कु च
बद्री-केदर च
कि ऊंचा हिमाला कु च
बल बस दूँन सरकारा कु च
तुमि बतवा
कि मेरा उत्तराखंडियों
ये उत्तराखंड कै कु च
एक च
कि अनेक च
गढ़ मेरु कैक च
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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