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हे रे मना अ


हे रे मना अ

हे रे मना अ..... मेरो मना अ.....
कया लाई तिल कया पाई तिल
बल कुच ना व्है हासिल
हे रे मना अ..... मेरो मना अ.....

अटक्यूँ राई अलझ्युं राई
कैकु बान तु रे इनि गिज्युं राई
किलै और्री कैकु खातिर रे
हे रे मना अ..... मेरो मना अ.....

सरग मा तू कभी खूब उडी
यख वख तिल खूब मार उडी
कभी फूलों मा कभी कांडों मा रे
हे रे मना अ..... मेरो मना अ.....

एक जगह किले दडयूं ना राई
लकपक …२ छपाक तिन किले काई
बल तिन जिंदगी को बारा बजै द्याई रे
हे रे मना अ..... मेरो मना अ.....

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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