बड़ बड़ी मेरी बोई की
बड़ बड़ी मेरी बोई की
पियारी सी छुईं में मि डूब जांदू जी
पियारी सी छुईं में मि डूब जांदू जी
बड़ बड़ी मेरी बोई की
मेथे तेन जीबन दी
दी द्वि साँसों को सारो
तेरु द्वि दुधा को धारु बोई जी
बरसे इनि अमृत सारो
अंख्यों कू मि तारो तेरु
सुणा दे सारो कथा तेरी
बैथ्यूछों तेरु खुथु धरु
बड़ बड़ी मेरी बोई की
पियारी सी छुईं में मि डूब जांदू जी
पियारी सी छुईं में मि डूब जांदू जी
बड़ बड़ी मेरी बोई की
एक ही बेल मा वा
काम धानी अनेक कै जांदी वा
द्वि हाथो द्वि अन्खोंयों
में थे सुप्निया हजार दे जांदी वा
कर करी ऊ नोटों छुईं दगडी
मिथे जीना सिखांदी वा
बड़ बड़ी मेरी बोई की
पियारी सी छुईं में मि डूब जांदू जी
पियारी सी छुईं में मि डूब जांदू जी
बड़ बड़ी मेरी बोई की
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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