ADD

ऐजादि मेरा मुल्क


ऐजादि मेरा मुल्क

ऐजादि ऐजादि ऐजादि
धरों मन्दरों को पानी पि जादी
ठंडू मिठू हुना कुन
एक बारी अपरि मुल्क मुल्की ऐजादि
तिम्ला को डालों थे भेट कैजादी
अपरा उकला मा ऐ भाना ही ऐजादि
धरों मन्दरों को पानी पि जादी

नि रयुंच मि अब पैल जनि
छोड़ी कि गयुं छे मि थे जबै तू ऊनि
खूब फेर बदल बी मेर दगडी अबै व्हैग्याई
चल मेर फेर बदल देखणा कुन त ऐजादि
धरों मन्दरों को पानी पि जादी

विपदा आपदा बि खूब मि परी ऐई ग्याई
मेरो अपरोंं न खूब कस्ट मि दगडी खाई
फिर बी मिल वैल देक हिकमत नि हारी
देक मेर इन हिकमत देखना कुन त ऐजादि
धरों मन्दरों को पानी पि जादी

नीला आकस छे अब सारो मेरो दगड्या
देक कन बगनी च मेर भूली गदनी
देब दब्तों को घार पहाड़ ये मेरो हिमाल
देक मेर यु सोँसार देखना कुन त ऐजादि
धरों मन्दरों को पानी पि जादी

बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
http://balkrishna-dhyani.blogspot.in/search/
http://www.merapahadforum.com/
में पूर्व प्रकाशित -सर्वाधिकार
बालकृष्ण डी ध्यानी
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ