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देहरादून जू (मालसी डियर पार्क) Dehradun Zoo (Malsi Deer Park)

देहरादून जू (मालसी डियर पार्क) 

मालसी डियर पार्क उत्तराखण्ड के प्रमुख चिड़ियाघरों में से एक है जो शिवालिक रेंज के अंतर्गत आता है। यह चिड़ियाघर देहरादून से 10 किमी की दूरी पर स्थित है। इस पार्क में बच्चो के झूलने हेतु झूले भी लगे हुए है जहाँ पर बच्चे झूलो का आनंद भी ले सकते है।

यह एक प्रमुख पर्यटक स्थल भी है जिसमे दूर-दूर से पर्यटक पिकनिक बनाने हेतु आते है। यह पार्क चारो और से घने जंगलो से घिरा हुआ है जिस के अंदर आपको हिरण, मोर, नील गाय आदि देखने को मिल जायेंगे। इसके अंदर जाने के लिए 10 रूपए का मामूली शुल्क देकर कोई भी आसानी से अंदर प्रवेश कर सकता है। वही यहाँ पर्यटको के लिए वाहन पार्किंग हेतु पार्किंग स्थल भी बना हुआ है। अभी हाल में ही इस चिड़ियाघर को भारत के टॉप 10 चिड़ियाघरों में स्थान दिया गया है।

मालसी डियर पार्क लगभग 25 एकड़ में फैला हुआ है यह चिड़ियाघर प्रातः 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुलता है। वही ये चिड़ियाघर सोमवार के दिन बंद रहता है। 
उत्तराखण्ड का वन्यजीव पर्यटन के क्षेत्र में भी मुख्य स्थान हैं उत्तराखण्ड का अधिकांश हिस्सा पहाडो व जंगलो के अधीन होने के कारण यहाँ पर्याप्त संख्या में वन्य जीव देखने को मिलते है जिसे देखने हेतु प्रतिवर्ष हजारों व लाखों की संख्या में पर्यटक आते है। यहाँ के राष्ट्रीय पार्क और वन्यजीव अभ्यारण्य यहाँ कें कुल क्षेत्रफल के 13.8 प्रतिशत किस्से पर पाये जाते है।यहाँ अनेकों प्रकार के जीव–जन्तु, पशु–पक्षिया, तेंदुंए, बाध, चीता, मोर, हिरण, मस्क डियर, हिम तेंदुआ, जंगली कुते, जंगली सुअर व सापों की भी कई प्रजातियाँ पाई जाती है, परन्तु यहाँ के वन्य जीवों पर अन्तराष्ट्रीय तस्करों की भी नजर रहती है जो इनका अवैघ ढंग से शिकार कर इनके अंगो व खालों को पाकिस्तान, बांग्लादेश व अन्य अन्तराष्ट्रीय बाजार में उच्च कीमत पर बेच दिया करते है।उत्तराखण्ड राज्य व राज्य बनने से पूर्व की उत्तर–प्रदेश सरकार द्वारा वन्य–जीवों के संरक्षण हेतु यहाँ वन्य जीव विहारों, चिड़ियाघर तथा राष्ट्रीय पार्को की स्थापना की जहाँ वन्य जीवो का संरक्षण किया जा सकें। उत्तराखण्ड के अन्दर ही पक्षियों की 1,000 सें ज्यादा किस्में पाई जाती है।उत्तराखण्ड में कई चिड़ियाघर है जिसमें से नैनीताल चिडियाघर व देहरादून का मालसी चिड़ियाघर प्रमुख है।
मालसी डियर पार्क कैसे जायेमालसी डियर पार्क देहरादून में स्थित है जो मसूरी हाइवे पर देहरादून से 10 किमी की दूरी पर स्थित है। आप बस स्टेशन या रेलवे स्टेशन से टैक्सी या विक्रम द्धारा यहाँ तक आसानी से पहुंच सकते है। यह रेलवे स्टेशन से 11 किमी तथा जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से 33 किमी की दूरी पर है।

मालसी डियर पार्क की स्थापना कब हुई थी?मालसी डियर पार्क देहरादून में 19 फरवरी 2013 में स्थापित हुई थी
क्या देहरादून चिड़ियाघर कल खुला है?देहरादून चिड़ियाघर अब खुला है। मंगलवार से रविवार सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक । सोमवार का चिड़ियाघर बंद है
देहरादून चिड़ियाघर में कौन से जानवर हैं?चिड़ियाघर में वन्यजीव प्रजातियाँशिवालिक की तलहटी में स्थित, देहरादून चिड़ियाघर दो सींग वाले हिरण, तेंदुए, नीलगाय, एमू, शुतुरमुर्ग, तुर्की, मगरमच्छ और कछुए जैसी विभिन्न पशु प्रजातियों का घर है। 

भारत का सबसे बड़ा पार्क कौन सा है?अगर हम भारत के सबसे बड़े राष्ट्रीय पार्क की बात करे तो भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान “हेमिस नेशनल पार्क” है जोकि जम्मू - कश्मीर राज्य के लद्दाख में स्थित है। यह नेशनल पार्क लगभग ४४०० वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
डियर पार्क किसने बनाया था?20 दिसंबर, 1892 को, शिमोन हेनरी वेस्ट ने अपना मूल प्लाट दाखिल किया और इसे आउटलेट्स में विभाजित कर दिया। तटीय घाटियों में घूमने वाले हिरणों की बड़ी संख्या के कारण उन्होंने अपने शहर का नाम डियर पार्क रखा। वेस्ट एक राजनेता और इलिनोइस के बहुत सम्मानित नागरिक थे।
भारत का पहला पार्क कौन सा है?परिचय कॉर्बेट पार्क भारत का पहला राष्ट्रीय पार्क है, जो सन्1936 ई. में स्थापित हुआ, पहले इसका नाम हैली नेशनल पार्क था। 1957 में महान प्रकृतिवादी, प्रख्यात संरक्षणवादी स्वर्गीय जिम कॉर्बेट की याद में पार्क को कॉर्बेट नेशनल पार्क के रूप में परिवर्तित किया गया।
भारत का सबसे खूबसूरत पार्क कौन है?
  • गिर नेशनल पार्क(Gir National Park)
  • काजीरंगा नेशनल पार्क(Kajiranga National Park)
  • कान्हा नेशनल पार्क (Kanha National Park)
  • जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क(Jim Corbett National Park)
  • बांदीपुर नेशनल पार्क(Bandipur National Park)
उत्तराखण्ड चिड़ियाघर का नाम
  • डियर पार्क,अल्मोड़ा,उत्तराखण्ड
  • मालसी डियर पार्क,देहरादून,उत्तराखण्ड
  • गोविन्द बल्लभ पंत,नैनीताल,उत्तराखण्ड



बालकृष्ण डी ध्यानी
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