मन हो तो
मन हो तो आ जाओ
बात मेरी तुम सुन लो .....२
मन हो तो .......
देखो ना अगर सुनना हो
बस आ कर सामने से गुजर जाओ
इतनी सी तो ये आरजू है
यूँ ना तुम मुकर जाओ
मन हो तो आ जाओ
बात मेरी तुम सुन लो .....२
मन हो तो .......
बैठ हूँ तेरे सहारे के लिये
अपने सभी बहाने लिये
रोक अगर लों तुम्हें एक पल भी
मिल जायेंगे जिंदगी के किनारे मेरे
मन हो तो आ जाओ
बात मेरी तुम सुन लो .....२
मन हो तो .......
एक उत्तराखंडी
बालकृष्ण डी ध्यानी
देवभूमि बद्री-केदारनाथ
मेरा ब्लोग्स
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बालकृष्ण डी ध्यानी
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